heart attack
– फोटो : अमर उजाला, इंदौर
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गुजरात में पिछले कुछ दिनों में दिल का दौरा पड़ने से 22 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से छह मौतें तो सिर्फ गरबा पंडाल में हुई हैं। मौतों को लेकर गुजरात प्रशासन अलर्ट हो गया है। इसे लेकर सरकार ने हृदय विशेषज्ञों से बात की। गुजरात की पूर्व सीएम ने भी मौतों पर चिंता जाहिर की थी।
अनुसंधान के निर्देश
सूत्रों की मानें तो, गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने सोमवार को यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के शीर्ष हृदय विशेषज्ञों और डॉक्टरों के साथ बैठक की। पटेल ने विशेषज्ञों को अनुसंधान के निर्देश दिए। बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने रविवार को लगातार दिल का दौरा पड़ने से हो रही मौतों पर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से कारणों की तलाश करने का आग्रह किया था।
कोविड वैक्सीन नहीं है मौतों का कारण
आनंदी बेन पटेल ने पाटन में समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नवरात्रि के दौरान गरबा खेलते समय कई युवाओं को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई। हमें कारणों का पता लगाना चाहिए और मौतों का विश्लेषण करना चाहिए। मैं स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह करती हूं कि पता लगाएं कि राज्य में पिछले एक साल में दिल का दौरा पड़ने से कितने लोगों की मौत हुई है। इस दौरान उन्होंने साफ किया कि इन मौतों का कारण कोविड-19 वैक्सीन बिल्कुल नहीं है।
गरबा खेलते हुए इन लोगों की मौत
- वीर शाह, 12वीं छात्र- खेड़ा
- रवि पंचाल, 28 साल- अहमदाबाद
- शंकर राणा, 55 साल- वड़ोदरा
- मृणाल शुक्ला, 31 साल- नवासरी
- राजू आला, 46 साल- पोरबंदर
- कंचन सक्सेना, 47 साल- राजकोट
108 ने बताए आंकड़े
गरबा पंडाल में हुई मौतों के अलावा, पिछले एक सप्ताह में अलग-अलग इलाकों में दिल का दौरा पड़ने से कुल 22 लोगों की मौत हो गई है। 108 के अनुसार, उन्हें 15 अक्टूबर से 22 अक्टूबर के बीच हृदय संबंधी आपात स्थितियों से संबंधित लगभग 750 कॉल आईं हैं। नवरात्रि के दौरान 673 कॉल प्राप्त हुईं, जो प्रति दिन औसतन 84 कॉल होता है।